शिव स्तुति (Shiva Stuti) सदा - शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल - कन्या - वरं,परमरम्यं ।

शिव स्तुति (Shiva Stuti) सदा - शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल - कन्या - वरं,परमरम्यं ।

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Shiva Stuti
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शिव स्तुति (Shiva Stuti)


सदा -
शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल - कन्या - वरं, परमरम्यं ।
काम - मद - मोचनं, तामरस - लोचनं, वामदेवं भजे भावगम्यं ॥१॥


कंबु - कुंदेंदु - कर्पूर - गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
सिद्ध - सनकादि - योगींद्र - वृंदारका, विष्णु - विधि - वन्द्य चरणारविंदं ॥२॥


ब्रह्म - कुल - वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट - वेषं, विभुं, वेदपारं ।
नौमि करुणाकरं, गरल - गंगाधरं, निर्मलं, निर्गुणं, निर्विकारं ॥३॥


लोकनाथं, शोक - शूल - निर्मूलिनं, शूलिनं मोह - तम - भूरि - भानुं ।
कालकालं, कलातीतमजरं, हरं, कठिन - कलिकाल - कानन - कृशानुं ॥४॥


तज्ञमज्ञान - पाथोधि - घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
प्रचुर - भव - भंजनं, प्रणत - जन - रंजनं, दास तुलसी शरण सानुकूलं ॥५॥



इसेभी देखे – ॥ अष्टांग योग (Ashtanga Yoga) ॥ योग (Yoga) विज्ञान भैरव तंत्र (Vigyan Bhairav Tantra) ॥भारतीय सेना (Indian Force) 

Aarti

जय अम्बे गौरी की आरती (Jay Ambe Gauri Ki Aarti) जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ।

माँ दुर्गा, माँ काली की आरती (Maa Durga Maa Kali Ki Aarti) अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली।

माँ पार्वती की आरती (Maa Parvati Ji Ki Aarti) जय पार्वती माता, जय पार्वती माता ।

मां नर्मदा जी की आरती (Maa Narmada Ji Ki Aarti) ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी ।

माता श्री गायत्री जी की आरती (Gayatri Ji Ki Aarti) जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता ।

श्री गणेश जी की आरती (Ganesh Ji Ki Aarti) जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।

श्री बद्रीनाथ जी की आरती (Shree Badrinath Ji Ki Aarti) पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् ।

श्री शनि देव की आरती (Shani Dev ki Aarti) जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ।

श्री शनि देव जी की आरती (Shani Dev Ji Ki Aarti) चार भुजा तहि छाजै, गदा हस्त प्यारी ।

श्री शनि देव जी की आरती (Shree Shani Dev Ji Ki Aarti) जय शनि देवा, जय शनि देवा ।

श्री शनि देव जी की आरती (Shree Shani Dev Ki Aarti) आरती कीजै नरसिंह कुंवर की ।

श्री शिव जी की आरती (Shiv ji ki Aarti) जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।

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